भारत की जनता और धरना
(a glance at people)
हम भारत की गणना हैं, धरना हमको करना है।
आँधी आए तूफान आए,
चाहे घर में प्रलय आ जाए,
काम कुछ नहीं करना है, सरकारों से लडना है।
हम भारत की गणना हैं, धरना हमको करना है।।
होते हैं हादसे यदि
और टोडे जाते हैं नियम जब,
सडकों पर आकर हमें आपस में ही लडना है।
लगा दिया जब जुर्माना,
चुप नहीं हमको रहना है, विरोध में कुछ तो कहना है।
हम भारत की गणना हैं, धरना हमको करना है।।
लडका, लडकी, गांव की छोकरी
सब चाहे सरकारी नौकरी,
भले ही A से आम हो जाए
विध्यालय बदनाम हो जाए।
नौकरी यदि न मिले इनको ,सडकों पर ये आग लगा दे,
वाहन क्या फिर हम छत पर चलाएं।
वा क्या क्लासिक कामेडी है,
ये तो इंडियन रेमेडी है।।
हमें दौड -दौड कर चलना है, जाग -जाग कर सोना है।
हँसते हुए हमें रोना है, जीवित रहकर मरना है।
हम भारत की गणना हैं, धरना हमको करना है।।
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